इस पेज पर हम प्रत्यय की जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।
पिछले पेज पर हमने शब्द और वाक्य की जानकारी शेयर की हैं तो उन आर्टिकल्स को भी पढ़िए।
चलिए इस पेज पर प्रत्यय की समस्त जानकारी उदाहरण सहित पढ़ते और समझते हैं।
प्रत्यय किसे कहते हैं
प्रत्यय वह शब्दांश हैं जो शब्द के अंत में जुड़कर उसके व्याकरणिक रूप या अर्थ में परिवर्तन कर देता हैं।
वे अविकारी शब्दांश जो शब्दों के अंत में जुड़कर उनमें विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, प्रत्यय कहलाते हैं। प्रत्यय को पर सर्ग भी कहा जाता है।
जैसे :- आइन (पण्डित + आइन = पण्डिताइन)
‘आइन’ शब्द का कोई खास अर्थ नहीं होता है, लेकिन जब यही शब्द पण्डित शब्द के पीछे लगता है तो पण्डित शब्द का अर्थ बदल देता है। तो यहाँ ‘आइन’ शब्द प्रत्यय है।
उदाहरण :-
समाज + इक | सामाजिक |
सुगंध + इत | सुगंधित |
भूलना + अक्कड | भुलक्कड |
मीठा + आस | मिठास |
लोहा + आर | लुहार |
नाटक + कार | नाटककार |
बड़ा + आई | बडाई |
टिक + आऊ | टिकाऊ |
बिक + आऊ | बिकाऊ |
होन + हार | होनहार |
लेन + दार | लेनदार |
घट + इया | घटिया |
गाडी + वाला | गाड़ीवाला |
सुत + अक्कड | सुतक्कड़ |
दया + लु | दयालु |
प्रत्यय के प्रकार
प्रत्यय के दो प्रकार है।
- विभक्ति प्रत्यय
- व्युत्पन्न प्रत्यय
भाषा के आधार पर प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं।
भाषा के आधार पर प्रत्यय 3 प्रकार के होते हैं।
- संस्कृत के प्रत्यय
- हिंदी के प्रत्यय
- विदेशी भाषा के प्रत्यय
(अ). संस्कृत के प्रत्यय
संस्कृत व्याकरण में जो प्रत्यय शब्दों और मूल धातुओं से जोड़े जाते हैं वे संस्कृत के प्रत्यय कहलाते हैं।
जैसे :- त – आगत , विगत , कृत ।
संस्कृत प्रत्यय के प्रकार
प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं।
- क्रत प्रत्यय
- तद्धित प्रत्यय
(1). क्रत प्रत्यय
वे प्रत्यय जो क्रिया या धातु के अंत में लगकर एक नए शब्द बनाते हैं उन्हें कृत प्रत्यय कहा जाता है।
कृत प्रत्यय से मिलकर जो प्रत्यय बनते है उन्हें कृदंत प्रत्यय कहते हैं। ये प्रत्यय क्रिया और धातु को नया अर्थ देते हैं। कृत प्रत्यय के योग से संज्ञा और विशेषण भी बनाए जाते हैं।
जैसे :- लिख + अकः = लेखकः
लेख | लेखक |
पाठ | पाठक |
कृ | कारक |
गै | गायक |
धव | धावक |
सहाय | सहायक |
पाल | पालक |
पाल् | पालन |
सह | सहन |
ने | नयन |
चर | चरण |
मोह | मोहन |
झाड़ | झाडन |
पठ | पठन |
भक्ष | भक्षण |
घट | घटना |
तुल | तुलना |
वंद | वन्दना |
विद + ना | वेदना |
मान | माननीय |
रम | रमणीय |
दृश् | दर्शनीय |
पूज् | पूजनीय |
श्रु + अनिय | श्रवणीय |
सूख | सूखा |
भूल | भूला |
जाग | जागा |
पूज | पूजा |
इष् | इच्छा |
भिक्ष् | भिक्षा |
लिख | लिखा |
भट | भटका |
झूल + आ | झूला |
सिल | सिलाई |
पढ़ | पढ़ाई |
कृत प्रत्यय के प्रकार
- कर्तृवाचक कृत प्रत्यय
- विशेषणवाचक कृत प्रत्यय
- भाववाचक कृत प्रत्यय
- कर्मवाचक कृत प्रत्यय
- करणवाचक कृत प्रत्यय
- क्रियावाचक कृत प्रत्यय
(i). कर्तृवाचक कृत प्रत्यय :- जिस शब्द से किसी के कार्य को करने वाले का पता चले उसे कर्तृवाचक कृत प्रत्यय कहते हैं।
जैसे :-
अक | लेखक, नायक, गायक, पाठक |
अक्कड | भुलक्कड, घुमक्कड़, पियक्कड़ |
आक | तैराक, लडाक |
आलू | झगड़ालू |
आकू | लड़ाकू, कृपालु , दयालु |
आड़ी | खिलाडी, अगाड़ी, अनाड़ी |
इअल | अडियल, मरियल, सडियल |
एरा | लुटेरा, बसेरा |
ऐया | गवैया, नचैया |
ओडा | भगोड़ा |
वाला | पढनेवाला, लिखनेवाला, रखवाला |
हार | होनहार, राखनहार, पालनहार |
ता | दाता, गाता, कर्ता, नेता, भ्राता, पिता, ज्ञाता। |
(ii). विशेषणवाचक कृत प्रत्यय :- प्रत्यय के जिन क्रिया पदों से विशेषण शब्द की रचना होती है उसे विशेषण वाचक कृत प्रत्यय कहते है ।
जैसे :-
त = आगत, कृत तव्य = गन्तव्य, कर्तव्य य = पूज्य, खाघ अनीय = पठनीय, शोचनीय ।
(iii). भाव वाचक कृत् प्रत्यय :- क्रिया के भाव का बोध कराने वाले प्रत्यय भाववाचक कृत् प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
आप – मिलाप, विलाप
आवट – सजावट, मिलावट, लिखावट
आव – खिंचाव, तनाव
आई – लिखाई, खिंचाई, चढ़ाई
(iv). कर्म वाचक कृत् प्रत्यय :- कर्म का बोध कराने वाले कृत् प्रत्यय कर्म वाचक कृत् प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
औना – खिलौना, बिछौना
नी – ओढ़नी, मथनी, छलनी
ना – पढ़ना, लिखना, गाना
इन सभी प्रत्यय से कर्म या काम का बोध होता है।
(v). करण वाचक कृत् प्रत्यय :- साधन का बोध कराने वाले कृत् प्रत्यय करण वाचक कृत प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
अन – पालन, सोहन
नी – चटनी,
ऊ – झाडू, चालू
ई – खाँसी, फाँसी
(vi). क्रियावाचक कृत् प्रत्यय :- क्रिया शब्दों का बोध कराने वाले कृत् प्रत्यय क्रिया वाचक कृत प्रत्यय कहलाते हैं
उदाहरण :–
या – आया, बोया, खाया
कर – गाकर, सुनकर
आ – सूखा, भूला
ता – पीता, लिखता
(2). तद्धित प्रत्यय
जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में लगने के बाद नए शब्दों की रचना करते हैं , उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं । हिंदी में आठ प्रकार के तद्धित प्रत्यय होते हैं ।
उदाहरण :-
वान :- यह किसी व्यक्ति की विशेषता दर्शाते समय उपयोग होता है। जैसे यह पहलवान बहुत बलवान है।
धन + वान = धनवान
विद्या + वान = विद्वान
बल + वान = बलवान
ता
उदार + ता = उदारता
सफल + ता = सफलता
ई
पण्डित + आई = पण्डिताई
चालाक + ई = चालाकी
ज्ञान + ई = ज्ञानी
ओं :- इसका उपयोग एकवचन शब्दों को बहुवचन शब्द बनाने के लिए किया जाता है।
भाषा + ओं = भाषाओं
शब्द + ओं = शब्दों
वाक्य + ओं = वाक्यों
कार्य + ओं = कार्यों
याँ
नदी + याँ = नदियाँ
प्रति + याँ = प्रतियाँ
तद्धित प्रत्यय के भेद
- कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय
- भाववाचक तद्धित प्रत्यय
- सम्बन्ध वाचक तद्धित प्रत्यय
- गुणवाचक तद्धित प्रत्यय
- स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय
- ऊनतावाचक तद्धित प्रत्यय
- स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय
(i). कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय :- कर्ता का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय कर्तृवाचक तद्धति प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
आर – लुहार, कुम्हार
ई – माली, तेली
वाला – गाङीवाला, टोपीवाला,
(ii). भाववाचक तद्धित प्रत्यय :- भाव का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय भाववाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
आहट – कङवाहट
ता – सुन्दरता, मानवता, दुर्बलता
आपा – मोटापा, बुढ़ापा, बहनापा
ई – गर्मी, सर्दी, गरीबी
(iii). सम्बन्ध वाचक तद्धित प्रत्यय :- सम्बन्ध का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय सम्बन्ध वाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
इक – शारीरिक, सामाजिक, मानसिक
आलु – कृपालु, श्रद्धालु, ईर्ष्यालु
ईला – रंगीला, चमकीला, भङकीला
तर – कठिनतर, समानतर, उच्चतर
(iv). गुणवाचक तद्धित प्रत्यय :- गुण का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय गुणवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं
उदाहरण :–
वान – गुणवान, धनवान, बलवान
ईय – भारतीय, राष्ट्रीय, नाटकीय
आ – सूखा, रूखा, भूखा
ई – क्रोधी, रोगी, भोगी
(v). स्थान वाचक तद्धित प्रत्यय :- स्थान का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय स्थान वाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
वाला – शहरवाला, गाँववाला, कस्बेवाला
इया – उदयपुरिया, जयपुरिया, मुंबइया
ई – रूसी, चीनी, राजस्थानी
(vi). ऊनतावाचक तद्धित प्रत्यय :- लघुता का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय ऊनतावाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
इया – लुटिया
ई – प्याली, नाली, बाली
ङी – चमङी, पकङी
ओला – खटोला, संपोला, मंझोला
(vii). स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय :- स्त्रीलिंग का बोध कराने वाले तद्धित प्रत्यय स्त्रीवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।
उदाहरण :–
आइन – पंडिताइन, ठकुराइन
इन – मालिन, कुम्हारिन, जोगिन
नी – मोरनी, शेरनी, नन्दनी
आनी – सेठानी, देवरानी, जेठानी
(ब). हिंदी के प्रत्यय
हिंदी भाषा के प्रत्यय भी प्रयोग किए जाते हैं।
उदाहरण :–
इत – | गर्वित | लज्जित | |
इक – | मानसिक | पारिश्रमिक | धार्मिक |
ईय – | भारतीय | स्थानीय | राष्ट्रीय |
एय – | पाथेय | कौंतेय | राधेय |
तम – | अधिकतम | श्रेष्ठतम | महानतम |
वान् – | बलवान | दयावान | गुणवान |
मान् – | शक्तिमान | बुद्धिमान | |
त्व – | बंधुत्व | नेतृत्व | लघुत्व |
शाली – | गौरवशाली | प्रभावशाली | वैभवशाली |
तर – | उच्चतर | लघूत्तर | श्रेष्ठतर |
(स). उर्दू के प्रत्यय
भाषा का हिन्दी के साथ लम्बे समय तक प्रचलन में रहने के कारण हिन्दी भाषा में उर्दू भाषा प्रत्यय भी प्रयोग में आने लगे हैं।
उदाहरण :–
गी – | ताजगी | बानगी | सादगी |
गर – | कारीगर | बाजीगर | सौदागर |
ची – | नकलची | तोपची | अफीमची |
दार – | हवलदार | जमींदार | किरायेदार |
खोर – | आदमखोर | चुगलखोर | रिश्वतखोर |
गार – | खिदमतगार | मददगार | गुनहगार |
नामा – | बाबरनामा | जहाँगीरनामा | सुलहनामा |
बाज – | धोखेबाज | नशेबाज | चालबाज |
मन्द – | जरूरतमन्द | अहसानमन्द | अकलमन्द |
आबाद – | सिकन्दराबाद | औरंगाबाद | परिन्दा |
इश – | साजिश | ख्वाहिश | फरमाइश |
गाह – | ख्वाबगाह | ईदगाह | दरगाह |
गीर – | आलमगीर | जहाँगीर | राहगीर |
आना – | नजराना | दोस्ताना | सालाना |
इयत – | इंसानियत | खैरियत | आदमियत |
ईन – | शौकीन | रंगीन | नमकीन |
प्रत्यय के उदाहरण
शब्द | प्रत्यय |
---|---|
लठैत | एत |
सपेरा | एरा |
कमाऊ | आऊ |
तैराक | आक |
भगोड़ा | ओड़ा |
चटोरा | ओरा |
ससुराल | आल |
पढ़ाई | आई |
मिठाई | आई |
बुढ़ापा | पा |
लिखावट | आवट |
चिकनाई | आई |
ननिहाल | आल |
गुणवान | वान |
वीरता | ता |
सुंदरता | ता |
शक्तिशाली | शाली |
कौन्तेय | एय |
श्रद्धालु | लू |
कोचवान | वान |
रखवाला | हारा |
हलवाही | वही |
लकड़हारा | हारा |
गुरुत्व | त्व |
कुशल | ल |
कुलीन | ईन |
भारतीय | ईय |
पंकिल | इल |
मिठास | आस |
कौशल | अ |
दयालु | लू |
प्यासा | आ |
लड़ाका | आका |
गंवार | आर |
घबराहट | आहट |
लुटिया | इया |
तेली | ई |
गुलाबी | ई |
परिन्दा | इन्दा |
शौकीन | ईन |
यादगार | गार |
तमाशबीन | बीन |
साजिश | इश |
पूज्य | य |
पूजनीय | अनीय |
देय | य |
युगीन | ईन |
उच्चतम | तम |
महत्तर | तर |
लघुत्तर | तर |
पंकिल | इल |
फेनिल | इल |
इकहरा | हरा |
प्रत्यय से सम्बंधित प्रश्न उत्तर
1. रमणीय में कौन सा प्रत्यय हैं?
(a). रम
(b). णीय
(c). ईय
(d). अनीय
उत्तर:- अनीय
2. इनमें से कौन शब्द य प्रत्यय से नहीं बना है?
(a). पूजनीय
(b). पाठ्य
(c). देय
(d). अक्षम्य
उत्तर:- पूजनीय
3. हर्षित में प्रत्यय हैं?
(a). इत
(b). त
(c). ह
(d). हर्ष
उत्तर:- इत
4. भारतीय शब्द में प्रत्यय बताइए?
(a). भा
(b). तीय
(c). ईय
(d). भार
उत्तर:- ईय
5. कुलीन में प्रत्यय बताइए?
(a). ईन
(b). न
(c). लीन
(d). कोई नहीं
उत्तर:- ईन
6. राधेय में कौन सा प्रत्यय हैं?
(a). य
(b). एय
(c). रा
(d). राधा
उत्तर:- एय
7. देहाती में कौन सा प्रत्यय हैं?
(a). दे
(b). ती
(c). ई
(d). हाती
उत्तर:- ई
8. तिहरा में कौन सा प्रत्यय हैं?
(a). हरा
(b). रा
(c). ति
(d). कोई नही
उत्तर:- हरा
9. ननिआल में कौन सा प्रत्यय हैं?
(a). हाल
(b). आल
(c). ल
(d). नानी
उत्तर:- आल
10. लघुत्व में प्रत्यय बताइए?
(a). त्व
(b). व
(c). घुत्व
(d). लघु
उत्तर:- त्व
11. जो धातु या शब्द के अंत में जोड़ा जाता हैं उसे क्या कहते हैं?
(a). समास
(b). अव्यय
(c). उपसर्ग
(d). प्रत्यय
उत्तर:- प्रत्यय
12. निर्वासित में प्रत्यय हैं?
(a). इक
(b). नि
(c). सित
(d). इत
उत्तर:- इत
13. लेखक शब्द के अंत में कौन सा प्रत्यय लगा हुआ हैं?
(a). क
(b). इक
(c). आक
(d). अक
उत्तर:- अक
14. अनुज शब्द को स्त्रीवाचक बनाने के लिए आप किस प्रत्यय का प्रयोग करेंगे?
(a). इक
(b). ईय
(c). आ
(d). ई
उत्तर:- आ
15. निम्नाकिंत में कौन-सा शब्द कृदन्त प्रत्यय से बना हैं?
(a). रंगीला
(b). बिकाऊ
(c). दुधारू
(d). कृपालु
उत्तर:- बिकाऊ
16. किस शब्द में आवा प्रत्यय नहीं हैं?
(a). दिखावा
(b). चढ़ावा
(c). लावा
(d). भुलावा
उत्तर:- लावा
17. इनमें कौन-सा शब्द समूह वाचक प्रत्यय नहीं हैं?
(a). लोग
(b). गण
(c). वर्ग
(d). प्रेस
उत्तर:- प्रेस
18. निम्न में से किस शब्द में प्रत्यय का प्रयोग हुआ हैं?
(a). विकल
(b). अकल
(c). पुलक
(d). धनिक
उत्तर:- धनिक
19. कनिष्ठ शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय हैं?
(a). इष्ठ
(b). इष्ट
(c). षत
(d). शत
उत्तर:- इष्ठ
20. सावधानी शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय हैं?
(a). ई
(b). इ
(c). धानी
(d). आनी
उत्तर:- ई
21. धुंधला शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय हैं?
(a). धू
(b). धुंध
(c). धूल
(d). ला
उत्तर:- ला
22. चिरायु शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय हैं?
(a). चि
(b). चिर
(c). यू
(d). आयु
उत्तर:- चिर
FAQ
Ans. लेख, पाठ, कृ, गै , धाव , सहाय , पाल + अक = लेखक , पाठक , कारक , गायक , धावक , सहायक , पालक आदि।
Ans. जो शब्दांश शब्दों के अंत में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे- दयालु= दया शब्द के अंत में आलु जुड़ने से अर्थ में विशेषता आ गई है।
Ans. प्रत्यय एक या एक से अधिक अक्षर होते हैं जो किसी मूल शब्द के अंत में उसके संयुग्मन, शब्द प्रकार या बहुवचन जैसे अन्य व्याकरण गुणों को बदलने के लिए जोड़े जाते हैं।
Ans. कृत् प्रत्यय मुख्य रूप से सात प्रकार के होते हैं- तव्यत्, तव्य, अनीयर, ण्यत्, यत्, क्यप्, और केलिमेर्।
Ans. विचार, इतिहास, संसार, दिन, नीति, प्रयोग, अधिकार
Ans. किसी भी धातु या शब्द के पश्चात् जुड़ने वाले शब्दांशों को प्रत्यय कहा जाता है।
Ans. प्रत्यय छोटे शब्द कण होते हैं, आमतौर पर केवल कुछ अक्षर, जो किसी मूल शब्द में उसके अर्थ या व्याकरणिक गुणों को बदलने के लिए जोड़े जाते हैं।
Ans. प्रत्यय किसी शब्द का वह भाग होता है जिसे परिभाषा बदलने के लिए अंत में जोड़ा जाता है।
जरूर पढ़िए :
उम्मीद हैं आपको प्रत्यय की जानकारी पसंद आयी होगी।
यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो दोस्तों के साथ शेयर कीजिए धन्यवाद।
I really like this we want more vyakaran Quiz like this 👍👍
Thank you Keep Visiting