संधि विच्छेद किसे कहते हैं और संधि विच्छेद के उदाहरण

इस पेज पर आप संधि विच्छेद को उदाहरण सहित पढ़ेंगे और समझेंगे।

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चलिए आज हम संधि विच्छेद किसे कहते हैं और संधि विच्छेद के उदाहरण की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।

संधि विच्छेद की परिभाषा

संधि में मूल पदों को पृथक कर देना संधि विच्छेद कहलाता हैं।

दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। इस मिलावट को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग कर देना संधि-विच्छेद है।

संधि विच्छेद

अ + अ
धर्म + अर्थधर्मार्थ
स्वर + अर्थीस्वार्थी
परम + अर्थपरमार्थ
परम + अणुपरमाणु
वेद + अंतवेदांत
दीप + अवलीदीपावली
पीत + अंबरपितांबर
शरण + अर्थीशरणार्थी
राम + अवताररामावतार
कुसुम + अवलीकुसुमावली
शास्त्र + अर्थशास्त्रार्थ
स्व + अर्थस्वार्थ
वीर + अंगनावीरांगना
अ + आ
हिम + आलयहिमालय
देव + आलयदेवालय
आत्मा + आहुतिआत्माहुति
धर्म + आत्माधर्मात्मा
सत्य + आग्रहसत्याग्रह
वात + आवरणवातावरण
शिव + आलयशिवालय
शरण + आगतशरणागत
देव + आगमनदेवागमन
आ + अ
विद्या + अर्थीविद्यार्थी
सीमा + अंकितसीमांकित
रेखा + अंकितरेखांकित
यथा + अवकाशयथावकाश
विद्या + अभ्यासविद्याभ्यास
परीक्षा + अर्थीपरीक्षार्थी
दिशा + अंतरदेशांतर
इ + इ
रवि + इंद्ररविंद्र
कवि + इंद्रकविंद्र
अति + युक्तिअतियुक्ति
अभि + इष्टअभीष्ट
मुनि + इंद्रमुनींद्र
कपि + इंद्रकपींद्र
इ + ई
गिरी + ईशगिरीश
आधी + ईशअधीश
कपी + ईशकपीश
कवी + ईशकवीश
मुनी + ईशमुनीश
परी + ईक्षापरीक्षा
हरी + ईशहरीश
ई + इ
मही + इंद्रमहेंद्र
नारी + इंद्रनरेंद्र
नारी + हिंदूनारीन्दु
शची + इंद्रसचिंद्र
नारी + इच्छानारीकछा
योगी + इंद्रयोगेंद्र
लक्ष्मी + इच्छालक्ष्मीच्छा
ई + ई
नदी + ईशनदीश
मही + ईशमहेश
रजनी + ईशरजनीश
नारी + ईश्वरनारेश्वर
सती + ईशसतीश
जानकी + ईशजानकीश
योगी + ईश्वरयोगेश्वर
उ + उ
भानु + उदयभानूदय
विधु + उदयविधूदय
गुरु + उपदेशगुरुपदेश
साधु + उपकारसाधूपकार
बहु + उद्देश्यबहुउद्देशीय
सु + उक्तिसूक्ति
लघु + उत्तरलघुतर
उ + ऊ
लघु + उर्मिलघुर्मि
सिंधु + उर्मिसिंधूर्मि
ऊ + उ
भू + उद्धारभूद्धार
वधू + उपकारवधुपकार
भू + उत्सर्गभूत्सर्ग
वधू + उत्सववधुत्सव
वधू + उल्लेखवधुल्लेख
ऊ + ऊ
मधु + उर्मिमधूर्मि
वधु + उर्मिवधूर्मि
वधू + ऊर्जावधूर्जा
सरयू + उर्मिसरयुर्मि
भू + ऊष्माभूषमा
भू + ऊर्जाभुर्जा
अ + इ, ई
देव + इंद्रदेवेंद्र
सूर + इंद्रसुरेंद्र
वीर + इंद्रवीरेंद्र
गज + इंद्रगजेंद्र
सोम + ईशसोमेश
भारत + इंदुभारतेंदु
नर + ईशनरेश
परम + ईश्वरपरमेश्वर
गण + ईशगणेश
स्व + इच्छास्वेच्छा
आ + इ , ई
महा + इंद्रमहेंद्र
रमा + इंद्ररविंद्र
राजा + इंद्रराजेंद्र
महा + ईशमहेश
रमा + ईशरमेश
राजा + ईशराजेश
यथा + इष्टयथेष्ट
अ + उ, ऊ
सूर्य + उदयसूर्योदय
पूर्व + उदयपूर्वोदय
पूर्व + उत्तरपूर्वोत्तर
पश्चिम + उत्तरपश्चिमोत्तर
सागर + उर्मिसागरोउर्मि
वीर + उचितवीरोचित
नव + उदयनवोदय
सर्व + उदयसर्वोदय
नव + ऊढानवोढा
ज्ञान + उपदेशज्ञानोपदेश
आ + उ, ऊ
महा + उत्सवमहोत्सव
गंगा + उर्मिगंगोर्मि
महा + उदधिमहोदधि
महा + उष्णमहोषण
शीत + उष्णशीतोष्ण
महा + ऊष्मामहोष्म
गंगा + उदकगंगोदक
आत्मा + उत्सर्गआत्मोत्सर्ग
यथा + उचितयथोचित
अ, आ + ऋअर
ब्रह्मा + ऋषिब्रह्मऋषि
महा + ऋषिमहर्षि
राजा + ऋषिराजर्षि
सप्त + ऋषिसप्तर्षि
देव + ऋषिदेवर्षि
अति + अधिकअत्यधिक
अति + अंतअत्यंत
सत्य + आनंदसत्यानंद
इति + आदिइत्यादि
वि + आप्तव्याप्त
वि + आकुलव्याकुल
अति + आचारअत्याचार
उ , ऊ + अन्यस्वर
अनु + अयअन्वय
गुरु + अर्पणगुर्वर्पण
मनु + अंतरमन्वंतर
मधु + आलयमाध्वालय
मधु + अरिमध्वरी
अनु + एषणअन्वेषण
वधू + आगमनवध्वागमन
अनु + इतिअन्विति
गुरु + आकृतिगुर्वाकृति
गुरु + आदेशगुर्वादेश
ऋ + अन्यस्वर
मातृ + आनंदमत्रानन्द
पितृ + आदेशपित्रादेश
पितृ + अनुमतिपित्रनुमति
भ्रातृ + आज्ञाभ्रात्राज्ञा
मातृ + आज्ञामात्राज्ञा
पितृ + आज्ञापित्राज्ञा
पितृ + उपदेशपित्रुपदेश
अ, आ + ए, ऐ
नव + ऐश्वर्यनवैश्वर्य
सदा + एवसदैव
मत + ऐक्यमतैक्य
एक + एकएकैक
यथा + एवयथैव
लोक + एषणालोकैषणा
अ, आ + ओ, औ
महा + औदार्यमहौदर्य
वन + औषधवनौषध
परम + ओजपरमौज
महा + औषधमहौषध
महा + ओजमहौज
ए + अन्यस्वरअय
ने + अननयन
शे + अनशयन
चे + अनचयन
ऐ + अन्यस्वरअय
गे + अकगायक
गे + अनगायन
ने + अकनायक
कै + इककायिक
ओ + अन्यस्वरअव्
पो + अनपवन
भो + अनभवन
गो + ईशगवीश
पो + इत्रपवित्र
औ + अन्यस्वरआव्
पौ + अनपावन
पौ + अकपावक
नौ + इकनाविक
भौ + उकभावुक
भौ + अनभावन

संधि की पहचान

शब्द संधि-विच्छेद संधि की पहचान
गिरीशगिरि + ईशदीर्घ स्वर सन्धि
धर्मार्थधर्म + अर्थदीर्घ स्वर सन्धि
नदीशनदी + ईशदीर्घ स्वर सन्धि
नारींदुनारी + इंदुदीर्घ स्वर सन्धि
भानूदयभानु + उदयदीर्घ स्वर सन्धि
भूर्ध्वभू + ऊर्ध्वदीर्घ स्वर सन्धि
महींद्रमही + इंद्रदीर्घ स्वर सन्धि
महीशमही + ईशदीर्घ स्वर सन्धि
मुनींद्रमुनि + इंद्रदीर्घ स्वर सन्धि
मुनीशमुनि + ईशदीर्घ स्वर सन्धि
रवींद्ररवि + इंद्रदीर्घ स्वर सन्धि
लघूर्मिलघु + ऊर्मिदीर्घ स्वर सन्धि
वधूत्सववधू + उत्सवदीर्घ स्वर सन्धि
वधूर्जावधू + ऊर्जादीर्घ स्वर सन्धि
वधूल्लेखवधू + उल्लेखदीर्घ स्वर सन्धि
विद्यार्थीविद्या + अर्थीदीर्घ स्वर सन्धि
विद्यालयविद्या + आलयदीर्घ स्वर सन्धि
विधूदयविधु + उदयदीर्घ स्वर सन्धि
हिमालयहिम + आलयदीर्घ स्वर सन्धि
सिंधूर्मिसिधु + ऊर्मिदीर्घ स्वर सन्धि
पुस्तकालयपुस्तक + आलयदीर्घ स्वर सन्धि
सर्वाधिकसर्व + अधिकदीर्घ स्वर सन्धि
अजंतअच् + अंतव्यंजन संधि
अंनाशअच् + नाशव्यंजन संधि
अनुच्छेदअनु + छेदव्यंजन संधि
अब्जअप् + जव्यंजन संधि
अभिषेकअभि + सेकव्यंजन संधि
अम्मयअप् + मयव्यंजन संधि
आच्छादनआ + छादनव्यंजन संधि
उच्चारणउत् + चारणव्यंजन संधि
उच्छिष्टउत् + शिष्टव्यंजन संधि
उज्झटिकाउत् + झटिकाव्यंजन संधि
उड्डयनउत् + डयनव्यंजन संधि
उद्धरणउत् + हरणव्यंजन संधि
उद्धारउत् + हारव्यंजन संधि
उन्नयनउत् + नयनव्यंजन संधि
उल्लासउत् + लासव्यंजन संधि
उल्लेखउत् + लेखव्यंजन संधि
किंकरकिम् + करव्यंजन संधि
किंचितकिम् + चितव्यंजन संधि
जगदीशजगत् + ईशव्यंजन संधि
तट्टीकातत् + टीकाव्यंजन संधि
तद्धिततत् + हितव्यंजन संधि
तद्रूपतत् + रूपव्यंजन संधि
दिग्गजदिक् + गजव्यंजन संधि
निषिद्धनि + सिद्धव्यंजन संधि
परिणामपरि + नामव्यंजन संधि
वागीशवाक + ईशव्यंजन संधि
वाड़्मयवाक + मयव्यंजन संधि
विषमवि + समव्यंजन संधि
षडाननषट् + आननव्यंजन संधि
षण्मासषट् + मासव्यंजन संधि
संकल्पसम् + कल्पव्यंजन संधि
संचयसम् + चयव्यंजन संधि
संतोषसम् + तोषव्यंजन संधि
संधिच्छेदसंधि + छेदव्यंजन संधि
संपूर्णसम् + पूर्णव्यंजन संधि
संबंधसम् + बंधव्यंजन संधि
संयोगसम् + योगव्यंजन संधि
संरक्षणसम् + रक्षणव्यंजन संधि
संलग्नसम् + लग्नव्यंजन संधि
संवादसम् + वादव्यंजन संधि
संविधानसम् + विधानव्यंजन संधि
संशयसम् + शयव्यंजन संधि
संसारसम् + सारव्यंजन संधि
सच्छास्त्रसत् + शास्त्रव्यंजन संधि
सज्जनसत् + जनव्यंजन संधि
सद्धर्मसत् + धर्मव्यंजन संधि
सद्भावनासत् + भावनाव्यंजन संधि
सम्मतिसम् + मतिव्यंजन संधि
सम्मानसम् + मानव्यंजन संधि
स्वच्छंदस्व + छंदव्यंजन संधि
अंतःकरणअंतः + करणविसर्ग-संधि
अधोगतिअधः + गतिविसर्ग-संधि
चतुष्पादचतुः + पादविसर्ग-संधि
दुश्शासनदुः + शासनविसर्ग-संधि
दुस्साहसदुः + साहसविसर्ग-संधि
नमस्तेनमः + तेविसर्ग-संधि
निराशानिः + आशाविसर्ग-संधि
निराहारनिः + आहारविसर्ग-संधि
निरोगनिः + रोगविसर्ग-संधि
निर्धननिः + धनविसर्ग-संधि
निश्चलनिः + चलविसर्ग-संधि
निश्छलनिः + छलविसर्ग-संधि
निष्कलंकनिः + कलंकविसर्ग-संधि
निष्फलनिः + फलविसर्ग-संधि
निस्संताननिः + संतानविसर्ग-संधि
नीरसनिः + रसविसर्ग-संधि
मनोनुकूलमनः + अनुकूलविसर्ग-संधि
मनोबलमनः + बलविसर्ग-संधि
अन्वयअनु + अययण स्वर संधि
अन्वेषणअनु + एषणयण स्वर संधि
इत्यादिइति + आदियण स्वर संधि
नद्यर्पणनदी + अर्पणयण स्वर संधि
देव्यागमनदेवी + आगमनयण स्वर संधि
पित्राज्ञापितृ + आज्ञायण स्वर संधि
स्वागतसु + आगतयण स्वर संधि
जरूर पढ़िए :
स्वर संधिगुण स्वर सन्धिवृद्धि स्वर सन्धिव्यंजन सन्धि
दीर्ध स्वर सन्धियण स्वर सन्धिअयादि स्वर सन्धिविसर्ग सन्धि

उम्मीद हैं संधि विच्छेद की परिभाषा और उदाहरण आपको समझ में आ गई होगी।

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