उल्लाला छंद की परिभाषा और उदाहरण

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चलिए आज हम उल्लाला छंद की समस्त जानकारी को पढ़ते और समझते हैं।

उल्लाला छंद किसे कहते हैं

यह एक मात्रिक छंद होता हैं। इसके प्रत्येक चरण में 15 व 13 के क्रम से 28 मात्राएं होती हैं। इसके पहले और तीसरे चरणों में 15-15 तथा दूसरे और चौथे चरणों में 13-13 मात्राएँ होती हैं।

उदाहरण :-

1. हे शरणदायिनी देवि तू, करती सबका त्राण है। 
हे मातृभूमि ! संतान हम, तू जननी, तू प्राण है।।

2. “करते अभिषेक पयोद हैं, बलिहारी इस वेश की।
हे मातृभूमि! तू सत्य ही, सगुण-मूर्ति सर्वेश की।”

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