इस पेज पर आप करुण रस की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं जो परीक्षा की दृष्टि से जरुरी हैं।
पिछली पोस्ट में हमने श्रृंगार रस और हास्य रस की जानकारी शेयर की हैं तो उस पोस्ट को भी पढ़े।
चलिए करुण रस की परिभाषा, अवयव और उदाहरण की जानकारी पढ़ना शुरू करते हैं।
करुण रस की परिभाषा
किसी प्रकार की दुख से संबंधित अनुभूति से प्रेरित काव्य रचना को पढ़ने से करुण रस उत्पन्न होता हैं।
प्रिय वस्तु या इष्ट वस्तु के नाश से जो दुःख की अनुभूति होती है, उसे शोक कहते हैं। यही शोक नामक स्थायी भाव जब विभाव, अनुभाव और संचारी विभाव के संयोग से रस रूप में परिणत होता है तो उसे करुण रस कहते हैं।
करुण रस के 10 उदाहरण
उदाहरण 1. राम राम कही राम कहि राम राम कहि राम ।
तनु परिहरि रघुबर बिरह राउ गयऊ सुरधाम ।।
उपरोक्त पंक्ति में दशरथ के निधन का वर्णन किया गया है, जो पुत्र राम के विरह में राम-राम रटते हुए स्वर्ग को प्रस्थान करते हैं।
यह दृश्य सहृदय पाठकों के हृदय को भीतर से झकझोरता है। यहां पाठक तथा दर्शक दोनों अश्रु बहाने पर विवश हो जाते हैं।
उदाहरण 2. अभी तो मुकुट बंधा था माथ,
हुए कल ही हल्दी के हाथ,
खुले भी न थे लाज के बोल,
खिले थे चुम्बन शून्य कपोल।
हाय रुक गया यहीं संसार,
बिना सिंदूर अनल अंगार
वातहत लतिका वट सुकुमार
पड़ी है छिन्नाधार। ।
उदाहरण 3. सीता गई तुम भी चले मै भी न जिऊंगा यहाँ
सुग्रीव बोले साथ में सब जाएँगे वानर वहाँ।
उदाहरण 4. रावण के शव पर मन्दोदरी करुण क्रन्दन करने लगी।
गीत गाने दो मुझे
वेदना को रोकने को।
चोट खाकर राह चलते
होश के भी होश छूटे
हाथ जो पाथेय थे ठग
ठाकुरों ने रात लूटे
कंठ रुकता जा रहा है आ रहा है काल देखो।
उदाहरण 5. शोक विकल सब रोवहि रानी।
रूपु सीलु बलू तेजु बखानी।।
करहि विलाप अनेक प्रकारा।
परिहि चूमि तल बारहि बारा।
उदाहरण 6. मम अनुज पड़ा है चेतनाहीन होके, तरल हृदयवाली जानकी भी नहीं है।
अब बहु दुःख से अल्प बोला न जाता, क्षणभर रह जाता है न उद्विग्नता से॥
उदाहरण 7. जथा पंख बिनु खग अति दीना। मनि बिनु फ़न करिबर कर हीना॥
अस मम जिवन बन्धु बिन तोही। जौ जड़ दैव जियावै मोही॥
उदाहरण 8. ऐसे बेहाल बेवाइन सों पग,कंटक जाल लगे पुनि जोये.
हाय! महादुख पायो सका तुम,ऐये इतै न किते दिन खोये..
देखि सुदामा की दीन दसा,करुना करिके करुनानिधि रोये.
पानी परात का हाथ छुयो नहिं,नैनन के जल सौं पग धोये
उदाहरण 9. ”हा! वृद्धा के अतुल धन हा! वृद्धता के सहारे! हा!
प्राणों के परम प्रिय हा! एक मेरे दुलारे! ”
उदाहरण 10. हाय राम कैसे झेलें हम पनी लज्जा अपना शोक
गया हमारे ही हाथों से अपना राष्ट्र पिता परलोक
उदाहरण 11. तात तात हा तात पुकारी। परे भूमितल व्याकुल भारी॥
चलन न देखन पायउँ तोही। तात न रामहिं सौंपेउ मोही
उदाहरण 12. राम-राम कहि राम कहि, राम-राम कहि राम।
तन परिहरि रघुपति विरह, राउ गयउ सुरधाम॥
करुण रस के अवयव
स्थाई भाव :- शोक
संचारी भाव :-
- गिलानी
- मरण
- निर्वेद
- स्नेह
- स्मृति
- घृणा
- उत्कर्ष
- उत्सुकता
- चिंता
- उन्माद
- चिंता
- आशा-निराशा
- मोह
- आवेग आदि।
अनुभाव :-
- छटपटाना
- छाती पीटना, दु
- खी की सहायता करना
- मूर्छा
- रंग उड़ना
- विलाप करना
- चित्कार करना
- आंसू बहाना
- रोना आदि
- स्वर भंग
आलंबन विभाव :-
- प्रिय व्यक्ति की मृत्यु
- प्रिय वस्तु का नाश होना आदि।
उद्दीपन विभाव :-
- मूर्चछित शरीर
- डाह क्रिया
- रात का सुनसान समय।
करुण रस से संबंधित प्रश्न उत्तर
1. कवि बिहारी मुख्यतः किस रस के लेखक है?
A. करुण रस
B. भक्ति रस
C. शृंगार रस
D. वीर रस
उत्तर :- करुण रस
2. शोक विकल सब रोवहि रानी।रूपु सीलु बलू तेजु बखानी।।
निम्न पंक्तियों में कौन सा रस है?
A. वीर रस
B. भक्ति रस
C. करूण रस
D. रौद्र रस
उत्तर :- करूण रस
3. हाँ रघुनंदन प्रेम परीते | तुम विन जिअत बहुत दिन बीते ||
निम्न पंक्तियों में कौन सा रसहै?
A. वीर रस
B. संयोग रस
C. शांत रस
D. करुण रस
उत्तर :- करूण रस
4. करूण रस का स्थाई भाव क्या है?
A. हसी
B. शोक
C. वैराग्य/अनुराग
D. स्नेह
उत्तर :- शोक
5. प्रिय व्यक्ति की मृत्यु, किस रस का आलंबन विभाव है?
A. वात्सल्य रस
B. शांत रस
C. करुण रस
D. अदभूत रस
उत्तर :- करुण रस
6. रात का सुनसान समय में कौन सा विभाव है?
A. आलंबन विभाव
B. संचारी विभाव
C. अनुभाव
D. उद्दीपन विभाव
उत्तर :- उद्दीपन विभाव
7. जड़ता कौन सा विभाव है?
A. संचारी विभाव
B. उद्दीपन विभाव
C. अनुभाव
D. आलंबन विभाव
उत्तर :- संचारी विभाव
8. शोक किस रस का स्थायी भाव है?
A. शांत रस
B. शृंगार रस
C. अद्भुद रस
D. करुण रस
उत्तर :- करुण रस
9. हिन्दी में कुल कितने काव्य रस है?
A. 9
B. 10
C. 11
D. 13
उत्तर :- 9
10. रस कितने प्रकार के होते है?
A. 9
B. 11
C. 13
D. 14
उत्तर :- 11
11. दुख से संबंधित अनुभूति से प्ररेति काव्य रचना को पढ़ने से कौन सा भाव उत्पन्न होता है?
A. वीर रस
B. करुण रस
C. भयानक रस
D. श्रृंगार रस
उत्तर :- करुण रस
12. करुण रस के देवता कौन है?
A. वरुण
B. जल देव
C. अग्नि देव
D. इंद्रदेव
उत्तर :- वरुण
13. राम के वन गमन के उपरांत राजा दशरथ की जिस स्थिति का वर्णन राम चरित्र मानस में किया गया है। वह किस रस से संबंधित है ?
A. रौद्र रस
B. वीभत्स रस
C. करुण रस
D. शांत रस
उत्तर :- करुण रस
14. सहृदय व्यक्ति को सबसे अधिक कौन रस प्रभावित करता है?
A. शृंगार रस
B. वीर रस
C. शांत रस
D. करुण रस
उत्तर :- करुण रस
15. संचारी भावो की संख्या कितनी है?
A. 15
B. 22
C. 28
D. 33
उत्तर :- 33
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