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चलिए आज हम गाय पर निबंध (Essay on Cow in Hindi) पढ़ना शुरू करते हैं।
गाय पर निबंध
- प्रस्तावना
- गाय की संरचना
- उपयोगिता
- गाय के प्रकार
- उपसंहार
प्रस्तावना
गाय एक पालतु पशु है।
प्राचीन काल से ही गौ माता को देवी सदृश समझा जाता है। हर मंगल कार्य में गाय द्वारा प्रदान की जाने वाली वस्तुओं का प्रयोग किया जाता हैं। हमारे समास में और भी बहुत से पालतू जानवर है, लेकिन उन सब में गाय का सर्वोच्च स्थान है।
गाय का दूध अति पौष्टिक होता है। नवजात शिशु भी, जिसे कुछ भी पिलाना मना होता है, उसे भी गाय का दूध दिया जाता है।
शिशु से लेकर वृद्धावस्था तक हर उम्र के लोगों को गाय के दूध का सेवन करना चाहिए। गाय का दूध बहुत से रोगों से लड़ने की ताकत देता है।
बहुत सारी दवाईयों के निर्माण में घी और गोमूत्र का इस्तेमाल किया जाता है।
गाय की संरचना
गाय की शारीरिक संरचना में गाय के दो सींग, एक मुंह, दो आंखे, दो कान, दो नथुने, चार थन, चार पैर और एक बड़ी सी पूँछ होती है।
गाय के खुर उन्हें चलने में मदद करते हैं। उनके खुर जुते का काम करते है। और चोट और झटकों आदि से बचाते है।
गाय की प्रजातियां पूरे विश्व भर में पाईं जाती है। कुछ प्रजातियों में सींग बाहर दिखाई नहीं देते।
दुग्ध उत्पादन में भारत का समुचे विश्व में पहला स्थान है। गाय का दूध बेहद लाभदायक और पौष्टिक होता है।
उपयोगिता
गाय का केवल दूध ही नहीं, इसके दूध से बने अन्य उत्पाद जैसे दही, मक्खन, पनीर, छाछ सभी डेयरी उत्पाद लाभदायक होते है।
जहां पनीर खाने से प्रोटीन मिलता है। वहीं गाय का घी खाने से ताकत मिलती है।
आयुर्वेद में तो इसका बहुत महत्व है। यदि किसी को अनिद्रा की शिकायत हो तो नाक में घी की केवल दो-दो बूंद डालने से यह बीमारी ठीक हो जाती है। साथ ही यदि रात में पैर के तलुओं में घी लगा कर सोया जाएँ तो बहुत अच्छी नींद आती है।
गाय के घृत का धार्मिक महत्व है। इससे हवन-पूजन आदि किया जाता है। और हमारे ऋषि-मुनि जो कुछ भी करते थे, उन सबके पीछे वैज्ञानिक कारण अवश्य होता था।
जब गाय के घी और अक्षत(चावल) को हवन कुण्ड में डाला जाता है, तब अग्नि के सम्पर्क में आने पर बहुत सारी महत्वपूर्ण गैसें निकलती है, जो वातावरण के लिए उपयोगी होती हैं।
गाय के प्रकार
- साहीवाल
- गिर
- लाल सिंधी
- राठी नस्ल, कांकरेज, थारपरकर
- दज्जल और धन्नी प्रजाति
- मेवाती, हासी-हिसार
उपसंहार
गाय का भोजन बहुत ही साधारण होता है। यह शुद्ध शाकाहारी होती है। यह हरी घास, अनाज, चारा आदि चीजें खाती हैं।
इसे कोई भी साधारण परिवार आराम से पाल सकता है। गायों को मैदानों की हरी घास चरना बहुत पसंद होता है।
गाय के दूध से खाने की बहुत सारी चीजें बनती है। गाय के दूध से दही, मक्खन, छाछ, पनीर, छेना और मिठाइयां आदि बनायी जाती है।
इसका दूध काफी सुपाच्य होता है। यह हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, अनेक रोगों से लड़ने की शक्ति देता है।
गाय का निबंध 10 लाइनों में
1. गाय एक पालतू पशु है।
2. गाय सफेद, काली, चितकबरे और भूरे रंग कि होती है।
3. पालतू पशु में गाय का सर्वोच्च स्थान है।
4. गाय शाकाहारी और उसका भोजन बहुत ही साधारण होता है।
5. भारत में गाय की कई प्रजातियां पाईं जाती है।
6. गाय का दूध बहुत पौष्टिक होता है।
7. गाय को हरे मैदानों में घास चरना बहुत पसंद होता है।
8. इसके दूध से दही, मक्खन, पनीर और छाछ बनते है।
9. गाय बहुत सीधी और शांत होती है।
10. भारत में गाय सबसे ज्यादा पाली जाती है।
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