वक्रोक्ति अलंकार की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

इस पेज पर आप वक्रोक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।

पिछले पेज पर हमने संधि की जानकारी शेयर की हैं तो उस पोस्ट को भी पढ़े।

चलिए आज हम वक्रोक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।

वक्रोक्ति अलंकार किसे कहते हैं

‘वक्रोक्ति’ का मतलब होता है ‘वक्र उक्ति’ अर्थात ‘टेढ़ी उक्ति’। कहनेवाले का अर्थ कुछ और होता है, किन्तु सुननेवाला उससे कुछ दूसरा ही अर्थ निकाल लेता है।

जिस शब्द से कहने वाले व्यक्ति के कथन का अर्थ न ग्रहण कर सुनने वाला व्यक्ति अन्य ही चमत्कारपूर्ण अर्थ लगाये और उसका उत्तर दे, तब उसे वक्रोक्ति अलंकार कहते हैं। 

दूसरे शब्दों में जहाँ किसी के कथन का कोई दूसरा पुरुष दूसरा अर्थ निकाले, वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।

इसमें चार बातों का होना आवश्यक हैं।

(क). वक्ता की एक उक्ति। 

(ख). उक्ति का अभिप्रेत अर्थ होना चाहिए। 

(ग). श्रोता उसका कोई दूसरा अर्थ लगाये। 

(घ). श्रोता अपने लगाये अर्थ को प्रकट करे।

उदाहरण :-

1. एक कह्यौ वर देत भव भाव चाहिए चित्त।
सुनि कह कोउ भोले भवहिं भाव चाहिए मित्त।।

हिंदी में अर्थ :-

किसी ने कहा शिव वर देते हैं लेकिन उसके लिए चित्त में भाव होना चाहिये। 

यह सुन कर दूसरे ने कहा – अरे मित्र, शिव इतने भोले हैं कि उनके रिझाने के लिए ‘भाव’ की भी आवश्यकता नहीं।

वक्रोक्ति अलंकार के प्रकार

वक्रोक्ति अलंकार के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं।

  1. काकु अक्रोक्ति अलंकार
  2. श्लेष वक्रोक्ति अलंकार

1. काकु वक्रोक्ति अलंकार 

जब बोलने वाले व्यक्ति के द्वारा बोले गये शब्दों का उसकी कंठ ध्वनी के कारण सुनने वाला व्यक्ति कुछ और अर्थ निकाले तब वहाँ पर काकु वक्रोक्ति अलंकार होता है।

जैसे :- 

  • मैं सुकुमारि नाथ बन जोगू।
  • कह अंगद सलज्ज जग माहीं। रावण तोहि समान कोउ नाहीं। 

कह कपि धर्मसीलता तोरी। हमहुँ सुनी कृत परतिय चोरी।।

2. श्लेष वक्रोक्ति अलंकार 

जहाँ पर श्लेष की वजह से बोलने वाले व्यक्ति के द्वारा बोले गए शब्दों का अलग अर्थ निकाला जाये तब वहाँ श्लेष वक्रोक्ति अलंकार होता है।

जैसे :-

को तुम हौ इत आये कहाँ घनस्याम हौ तौ कितहूँ बरसो।
चितचोर कहावत है हम तौ तहां जाहुं जहाँ धन सरसों।।

श्लेष वक्रोक्ति दो प्रकार के होते है

  • भंगपद श्लेषवक्रोक्ति
  • अभंगपद श्लेषवक्रोक्ति

उम्मीद हैं आपको वक्रोक्ति अलंकार की जानकारी पसंद आयी होगी।

यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.