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चलिए आज हम संयुक्त क्रिया की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।
संयुक्त क्रिया क्या हैं
जो क्रियाएँ दो या दो से अधिक धातुओं से मिलकर बनी होती हैं उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं।
अथार्त जो क्रियाएँ दो या दो से अधिक क्रियाओं के योग से बनी होती हैं उन्हें संयुक्त क्रिया कहते हैं।
वाक्य उदाहरण :-
- मैंने खाना खा लिया।
- तुम घर चले जाओ।
- मीरा स्कूल चली गई।
- वह खाना खा चुका है।
- मीरा महाभारत पढने लगी।
- प्रियंका ने दूध पी लिया।
- मोहन नाचने लगा।
- राम विद्यालय से लौट आया।
- किशोर रोने लगा।
- वह घर पहुंच गया।
संयुक्त क्रिया के प्रकार
संयुक्त क्रिया के 11 निम्नलिखित प्रकार हैं।
- आरम्भबोधक संयुक्त क्रिया
- स्माप्तिबोधक संयुक्त क्रिया
- अवकाशबोधक संयुक्त क्रिया
- अनुमतिबोधक संयुक्त क्रिया
- नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया
- आवश्यकताबोधक संयुक्त क्रिया
- निश्चयबोधक संयुक्त क्रिया
- इच्छाबोधक संयुक्त क्रिया
- अभ्यासबोधक संयुक्त क्रिया
- शक्तिबोधक संयुक्त क्रिया
- पुनरुक्त संयुक्त क्रिया
1. आरंभबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से क्रिया के आरम्भ होने का पता चलता है उसे आरम्भ बोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह नाचने लगी।
- बरसात होने लगी।
- राम खेलने लगा।
2. समाप्तिबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से मुख्य क्रिया के समाप्त होने का पता चलता है उसे समाप्तिबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह सो चुका है।
- राम खा चुका है।
- वह लड़ चुका है।
3. अवकाशबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से किसी क्रिया के लिए अवकाश का बोध कराया जाये उसे अवकाशबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :- वह बहुत मुश्किल से सोने पाया है।
4. अनुमतिबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से किसी क्रिया को करने की अनुमति देने का पता चलता है उसे अनुमतिबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- मुझे सोने दो।
- मुझे कहने दो।
5. नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से किसी क्रिया के नित्य होने का या उसके खत्म न होने का पता चलता है उसे नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- नदी बह रही है।
- पेड़ बढ़ता गया।
6. आवश्यकताबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से किसी क्रिया की आवश्यकता या कर्तव्य पता चले उसे आवश्यकताबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- मुझे यह काम करना पड़ता है।
- तुम्हें यह काम करना चाहिए।
7. निश्चयबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से मुख्य क्रिया के निश्चय होने का पता चलता है उसे निश्चयबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह बीच में ही बोल उठा।
- मैं मार दूंगा।
8. इच्छाबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से क्रिया के करने की इच्छा का पता चलता है उसे इच्छाबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह घर आना चाहता है।
- मैं खाना चाहता हूँ।
9. अभ्यासबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से क्रिया को करने के अभ्यास का पता चले उसे अभ्यास बोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह पढ़ा करता है।
- तुम लिखा करते हो।
- मैं खेला करता हूँ।
10. शक्तिबोधक संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से क्रिया को करने के लिए शक्ति का पता चलता है उसे शक्तिबोधक क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- मैं लिख सकता हूँ।
- मैं पढ़ सकता हूँ।
11. पुनरुक्त संयुक्त क्रिया :- जिस संयुक्त क्रिया से दो समान ध्वनि वाली क्रिया के जुड़ने का पता चलता है उसे पुनरुक्त संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे :-
- वह खेला-कूदा करता है।
संयुक्त क्रिया से संबंधित प्रश्न उत्तर
नीचे दिए गए संयुक्त क्रियाओं को पहचाने।
(क). वह सोया करता है।
उत्तर :- अभ्यास बोधक संयुक्त क्रिया
(ख). मुझे उसे खिलाना पड़ता है।
उत्तर :- आवश्यकता बोधक संयुक्त क्रिया
(ग). वह खा रहा है।
उत्तर :- नित्यता बोधक संयुक्त क्रिया
(घ). उसे वहां जाने दो।
उत्तर :- अनुमति बोधक संयुक्त क्रिया
(च). उसे ठंड लगने लगी।
उत्तर :- आरंभ बोधक संयुक्त क्रिया
(छ). वह घर जा चुका है।
उत्तर :- समाप्ति बोधक संयुक्त क्रिया
(ज). वह पहाड़ पर चढ़ना चाहता है।
उत्तर :- इच्छा बोधक संयुक्त क्रिया
(झ). मैं तुम्हें हरा सकता हूं।
उत्तर :- शक्ति बोधक संयुक्त क्रिया
(ट). वह खाने पीने लगा।
उत्तर :- पुनरुक्त संयुक्त क्रिया
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