सामान्य क्रिया की परिभाषा और उदाहरण

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चलिए आज हम सामान्य क्रिया की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।

सामान्य क्रिया क्या हैं

जिस क्रिया के पीछे न लगा हो उसे सामान्य क्रिया कहते हैं अर्थात जब वाक्य में एक क्रिया का पता चले तो उसे सामान्य क्रिया कहते हैं।

जैसे :- रोना, धोना, खाना, पीना, नाचना, कूदो, पढ़ा, नहाना, चलना आदि।

वाक्य उदाहरण :-

  • वह खाता है।
  • मैं नाचता हूँ।
  • वह दौड़ता है।
  • वे सब नाचते हैं।
  • हम खेलते हैं।
  • तुम कूदते हो।
  • राहुल नहा रहा है।
  • घोड़ा दौड़ता है।
Q.1 सामान्य क्रिया के कितने भेद होते हैं?


Ans. क्रिया के मुख्य दो भेद- सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया।

Q.2 सामान्य क्रिया तथा संयुक्त क्रिया में क्या अंतर है?


Ans. किंतु संयुक्त क्रियाएँ इनसे भिन्न हैं, क्योंकि जहाँ एक ओर साधारण क्रियापद ‘हो’, ‘रो’, ‘सो’, ‘खा’ इत्यादि धातुओं से बनते हैं, वहाँ दूसरी ओर संयुक्त क्रियाएँ ‘होना’, ‘आना’, ‘जाना’, ‘रहना’, ‘रखना’, ‘उठाना’, ‘लेना’, ‘पाना’, ‘पढ़ना’, ‘डालना’, ‘सकना’, ‘चुकना’, ‘लगना’, ‘करना’, ‘भेजना’, ‘चाहना’ इत्यादि क्रियाओं के योग से बनती हैं।

Q.3 सामान्य क्रिया क्या होती है?


Ans. यह क्रिया का सामान्य रूप होता है, जिसमें एक कार्य एवं एक ही क्रिया पद होता है।

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