इस पेज पर आप दीपक अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।
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चलिए आज हम दीपक अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।
दीपक अलंकार किसे कहते हैं
जिस तरह से दीपक जलकर घर और बाहर सभी जगह प्रकाश को फैलाता है, उसी प्रकार दीपक अलंकार निकट के पदार्थों एवं दूर के पदार्थों का एकधर्म-संबंध वर्णित करता है।
उदाहरण :-
1. चंचल निशि उदवस रहें, करत प्रात वसिराज।
अरविंदन में इंदिरा, सुन्दरि नैनन लाज।।
2. सुर महिसुर हरिजन अस गाई।
हमरे कुल इन्ह पर न सुराई।
उम्मीद हैं आपको दीपक अलंकार की जानकारी पसंद आयी होगी।
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