अर्थान्तरन्यास अलंकार किसे कहते हैं

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चलिए आज हम अर्थान्तरन्यास अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।

अर्थान्तरन्यास अलंकार किसे कहते हैं

जब किसी सामान्य कथन से विशेष कथन का या विशेष कथन से सामान्य कथन का समर्थन किया जाता हैं वहाँ अर्थान्तरन्यास अलंकार होता है।

उदाहरण :

बड़े न हूजे गुनन बिनु, बिरद बड़ाई पाय। 
कहत धतूरे सों कनक, गहनो गढ़ो न जाय। 

यहाँ सामान्य कथन का समर्थन विशेष बात से किया गया है। पहले वाक्य में सामान्य बात कही गयी है और उसका समर्थन विशेष बात कहकर किया गया है।

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